Source TOI
नई दिल्ली, 8 अक्टूबर: सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की दर पहली बार $4,000 प्रति औंस के स्तर को पार कर गई है। यह अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। इस रिकॉर्ड उछाल के पीछे कई वैश्विक और घरेलू कारण बताए जा रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि भू-राजनीतिक तनाव, डॉलर की कमजोरी और केंद्रीय बैंकों की बढ़ी हुई खरीद ने इस तेजी को हवा दी है। निवेशक सुरक्षित विकल्प के तौर पर लगातार सोने में निवेश कर रहे हैं। वहीं, अमेरिका और यूरोप में आर्थिक मंदी की आशंका तथा मुद्रास्फीति को लेकर चिंताओं ने भी पीली धातु की मांग को मजबूत किया है।
भारत पर असर
भारत दुनिया के सबसे बड़े सोना उपभोक्ता देशों में से एक है। ऐसे में सोने की कीमतों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी का सीधा असर घरेलू बाजारों पर पड़ा है। दिल्ली और मुंबई जैसे प्रमुख बाजारों में 10 ग्राम सोने की कीमत 1.35 लाख रुपये के करीब पहुंच चुकी है। इससे आभूषणों की मांग में कमी आने की संभावना जताई जा रही है।
विशेषज्ञों की राय
ICICI सिक्योरिटीज के एक विश्लेषक ने कहा, “सोने में यह उछाल केवल मौजूदा भू-राजनीतिक जोखिमों की वजह से नहीं है, बल्कि केंद्रीय बैंकों की लगातार खरीद और डॉलर इंडेक्स में गिरावट ने भी अहम भूमिका निभाई है। आने वाले समय में अगर ब्याज दरों में कटौती होती है, तो सोना और ऊपर जा सकता है।”
निवेशकों के लिए संकेत
विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि निवेशकों को सोने में लंबी अवधि के लिए हिस्सेदारी बनाए रखनी चाहिए, हालांकि अल्पकालिक उतार-चढ़ाव से सावधान रहना जरूरी है।
