Source The Indian Express
पडरौना, उत्तर प्रदेश – खगोल विज्ञान समुदाय में एक रोमांचक बहस छिड़ गई है क्योंकि हार्वर्ड विश्वविद्यालय के एक प्रमुख खगोलशास्त्री ने सुझाव दिया है कि विशाल अंतरतारकीय वस्तु 3I/Atlas, जिसे हाल ही में खोजा गया है, एलियन तकनीक का एक टुकड़ा हो सकता है। यह वस्तु, जो हमारे सौर मंडल से होकर गुजर रही है, अपनी असामान्य विशेषताओं के कारण वैज्ञानिकों का ध्यान आकर्षित कर रही है।
डॉ. अवि लोएब, जो हार्वर्ड विश्वविद्यालय में विज्ञान के प्रोफेसर हैं और हार्वर्ड के ब्लैक होल पहल के संस्थापक निदेशक हैं, ने अपने एक नए शोध पत्र में यह साहसिक परिकल्पना प्रस्तुत की है। डॉ. लोएब ने पहले भी ‘ओउमुआमुआ’ (Oumuamua) नामक एक अन्य अंतरतारकीय वस्तु के बारे में इसी तरह के विचार व्यक्त किए थे, जिसने 2017 में सुर्खियां बटोरी थीं।
3I/Atlas क्या है?
3I/Atlas एक अंतरतारकीय धूमकेतु है जिसे पहली बार 2020 में अटलासु (ATLAS) टेलीस्कोप प्रणाली द्वारा खोजा गया था। इसका नाम 3I/Atlas इसलिए रखा गया है क्योंकि यह तीसरी ज्ञात अंतरतारकीय वस्तु है जिसे हमारे सौर मंडल में देखा गया है। वैज्ञानिकों ने पाया है कि यह वस्तु एक विशिष्ट धूमकेतु की तुलना में कुछ अजीब व्यवहार प्रदर्शित करती है, जिससे इसके प्राकृतिक उद्भव पर सवाल उठ रहे हैं।
डॉ. लोएब के तर्क
डॉ. लोएब का तर्क है कि 3I/Atlas की चमक में अप्रत्याशित वृद्धि और इसकी कक्षा में सूक्ष्म परिवर्तन, जिसे पारंपरिक गुरुत्वाकर्षण प्रभावों से पूरी तरह समझाया नहीं जा सकता, यह संकेत दे सकता है कि यह वस्तु किसी कृत्रिम प्रणोदन प्रणाली का उपयोग कर रही है। उनका सुझाव है कि यह एक प्रकाश पाल (Light Sail) हो सकता है – एक प्रकार का यान जो तारों के प्रकाश के दबाव का उपयोग करके अंतरिक्ष में चलता है।
डॉ. लोएब ने अपने शोध में बताया है कि यदि 3I/Atlas वास्तव में एक प्राकृतिक धूमकेतु होता, तो उसे अपेक्षित रूप से व्यवहार करना चाहिए था। लेकिन जिस तरह से यह चमक रहा है और अपनी गति बदल रहा है, वह किसी ऐसी चीज़ का संकेत देता है जो प्राकृतिक नहीं है।
वैज्ञानिक समुदाय की प्रतिक्रिया
इस परिकल्पना ने वैज्ञानिक समुदाय में मिश्रित प्रतिक्रियाएं पैदा की हैं। कई वैज्ञानिक डॉ. लोएब के काम की सराहना करते हैं और इसे कल्पनाशील और विचारोत्तेजक मानते हैं, जबकि अन्य इसे अनुमान आधारित मानते हुए अधिक डेटा की आवश्यकता पर जोर दे रहे हैं।
यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) के एक खगोलशास्त्री, डॉ. सुनीता राव ने कहा, “डॉ. लोएब का काम हमेशा हमें सोचने पर मजबूर करता है, लेकिन हमें किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले अधिक अवलोकन और विश्लेषण की आवश्यकता है।”
भविष्य की संभावनाएं
यदि डॉ. लोएब का अनुमान सही साबित होता है, तो इसके मानवता के लिए गहरे निहितार्थ होंगे। यह ब्रह्मांड में हमारे अकेलेपन की धारणा को चुनौती देगा और एलियन जीवन की खोज में एक नया अध्याय खोलेगा। वैज्ञानिकों की टीमें अब 3I/Atlas पर और अधिक डेटा एकत्र करने के लिए काम कर रही हैं, ताकि इसकी प्रकृति के रहस्यों को उजागर किया जा सके।
यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में 3I/Atlas के बारे में क्या नए खुलासे होते हैं, और क्या यह वास्तव में एक दूर की सभ्यता का संदेशवाहक साबित होता है।
