Source The Hindu
शिमला: 7 अक्टूबर 2025: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में मंगलवार शाम एक बड़ा और दर्दनाक हादसा हो गया। झंडूता विधानसभा क्षेत्र में भल्लू पुल के पास भारी भूस्खलन की चपेट में एक निजी बस आ गई। पहाड़ से भारी मात्रा में पत्थर और मलबा सीधे बस की छत पर गिरा, जिससे वाहन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया और मलबे में दब गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह निजी बस (आयुष नाम की) मरोतन से घुमारवीं की ओर जा रही थी और इसमें करीब 30 से 35 यात्री सवार थे। हादसा शाम लगभग 6:30 बजे हुआ। भूस्खलन इतना भीषण था कि बस का ऊपरी हिस्सा पूरी तरह से दब गया।
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, प्रशासन, होम गार्ड और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और युद्धस्तर पर बचाव अभियान शुरू किया। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने अब तक कम से कम 15 लोगों के शव निकाले जाने की पुष्टि की है, जबकि 18 लोगों की मौत की भी खबरें हैं। कई अन्य यात्रियों के अभी भी मलबे में फंसे होने की आशंका है, जिन्हें निकालने का प्रयास जारी है।
राहत और बचाव कार्य के दौरान दो बच्चियों और एक बच्चे सहित तीन लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है, जिन्हें बरठीं अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि एक बचाई गई बच्ची की मां की इस दुर्घटना में मौत हो गई है। भूस्खलन के कारण बचाव कार्य में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसके लिए जेसीबी मशीनों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सहित कई राजनेताओं ने गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री सुक्खू लगातार जिला प्रशासन के संपर्क में हैं और उन्होंने प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की है। रात होने और रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण बचाव अभियान में मुश्किलें आ रही हैं, लेकिन प्रशासन मलबे को जल्द से जल्द हटाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। मृतकों की पहचान की जा रही है।
