नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने मंगलवार को घोषणा की कि भारत ने मातृ मृत्यु दर (MMR) को कम करने में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने कहा कि देश ने 100 प्रति लाख जीवित जन्मों की लक्षित मातृ मृत्यु दर को प्राप्त कर लिया है, जो भारत की स्वास्थ्य प्रणाली और मातृ देखभाल में सुधार का एक बड़ा संकेतक है।
नड्डा ने कहा, “सरकार की प्रभावी नीतियों, सुरक्षित मातृत्व योजनाओं और स्वास्थ्य सेवाओं तक व्यापक पहुंच के कारण यह लक्ष्य संभव हो पाया है। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, जननी सुरक्षा योजना और आयुष्मान भारत जैसी पहल ने माताओं को सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।”
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और भविष्य की योजनाएं
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, मातृ मृत्यु दर में गिरावट का मुख्य कारण संस्थागत प्रसव में वृद्धि, प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों की उपलब्धता और ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर चिकित्सा सुविधाएं हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस उपलब्धि को बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास और निवेश की आवश्यकता होगी। सरकार आने वाले वर्षों में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत करने के लिए नई योजनाएं लागू करने पर विचार क
र रही है।
