Members of All-Party delegation led by Congress MP Shashi Tharoor pay tribute at the 9/11 memorial. ANI
Source First post नई दिल्ली: भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए एक संगठित कूटनीतिक अभियान शुरू कर दिया है। इस अभियान के तहत भारतीय सांसद दुनिया भर में विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों से मिलकर पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद की सच्चाई उजागर कर रहे हैं। साथ ही भारत की नई प्रतिरोध नीति (Deterrence Doctrine) की भी जानकारी साझा की जा रही है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, यह अभियान न केवल भारत की सुरक्षा चिंताओं को वैश्विक समर्थन दिलाने के लिए है, बल्कि पाकिस्तान की दोहरी नीति को भी विश्व के सामने लाने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। भारतीय सांसदों ने अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका और एशिया के कई देशों में रणनीतिक बैठकों में हिस्सा लिया और प्रमाणों के साथ पाकिस्तान की आतंकवाद समर्थक नीतियों पर प्रकाश डाला।
एक वरिष्ठ सांसद ने बताया, “अब समय आ गया है कि दुनिया को बताया जाए कि पाकिस्तान किस तरह से आतंकवाद को अपनी रणनीतिक नीति का हिस्सा बना चुका है। भारत अब केवल प्रतिक्रिया नहीं देगा, बल्कि आक्रामक कूटनीति के जरिए वैश्विक जनमत को प्रभावित करेगा।”
नई प्रतिरोध नीति के तहत भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी प्रकार के आतंकी हमले पर त्वरित और निर्णायक जवाब देगा। इस नीति का उद्देश्य आतंक के प्रायोजकों को यह संदेश देना है कि अब चुप्पी नहीं, कार्यवाही होगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत का यह अभियान अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान की नीतियों के प्रति जागरूक करेगा और दक्षिण एशिया में स्थिरता लाने में मददगार साबित हो सकता है।
