SOURCE News 18
मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा शुक्रवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार एक बार फिर $700 बिलियन के महत्वपूर्ण आंकड़े को पार कर गया है। 27 जून को समाप्त हुए सप्ताह में, देश का विदेशी मुद्रा भंडार $4.84 बिलियन बढ़कर $702.78 बिलियन हो गया है, जो इसके सर्वकालिक उच्च स्तर के बेहद करीब है।
इससे पिछले सप्ताह, यानी 20 जून को समाप्त हुए सप्ताह में, भंडार में $1.01 बिलियन की मामूली कमी देखी गई थी, जिससे यह $697.93 बिलियन पर था। यह ताजा वृद्धि भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती और बाहरी झटकों से निपटने की इसकी क्षमता को दर्शाती है।
आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां (Foreign Currency Assets – FCA), जो विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा घटक हैं, $5.75 बिलियन बढ़कर $594.82 बिलियन हो गईं। डॉलर के संदर्भ में व्यक्त की गई ये परिसंपत्तियां यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं के अमेरिकी डॉलर के मुकाबले मूल्य में उतार-चढ़ाव के प्रभाव को दर्शाती हैं।
हालांकि, समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान सोने का भंडार $1.23 बिलियन घटकर $84.5 बिलियन रह गया। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ भारत के विशेष आहरण अधिकार (Special Drawing Rights – SDRs) $158 मिलियन बढ़कर $18.83 बिलियन हो गए, जबकि IMF में देश की आरक्षित स्थिति भी $176 मिलियन बढ़कर $4.62 बिलियन तक पहुंच गई।
गौरतलब है कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार इससे पहले सितंबर 2024 के अंत में $704.88 बिलियन के अपने सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंचा था। वर्तमान वृद्धि के साथ, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार इस रिकॉर्ड को तोड़ने के बेहद करीब आ गया है, जो वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच देश की वित्तीय स्थिरता के लिए एक महत्वपूर्ण कुशन के रूप में कार्य करता है। आरबीआई सक्रिय रूप से इन भंडारों का प्रबंधन करता है ताकि वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित की जा सके और बाहरी क्षेत्र में विश्वास बनाए रखा जा सके।
