SOURCE MoneyControl
नई दिल्ली: भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच एक बहुप्रतीक्षित “मिनी ट्रेड डील” की घोषणा आज रात 10 बजे तक होने की प्रबल संभावना है। यह समझौता दोनों देशों के बीच व्यापार संबंधों को एक नई दिशा देगा और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देगा।
पिछले कई हफ्तों से दोनों देशों के अधिकारी इस समझौते को अंतिम रूप देने के लिए गहन बातचीत कर रहे थे। सूत्रों के अनुसार, इस मिनी डील में उन प्रमुख मुद्दों को शामिल किया गया है जिन पर दोनों पक्ष सहमत हुए हैं, जबकि कुछ अधिक संवेदनशील और जटिल मुद्दों को भविष्य की व्यापक व्यापार वार्ता के लिए छोड़ दिया गया है।
यह समझौता विशेष रूप से भारतीय निर्यातकों के लिए राहत की खबर होगी, क्योंकि इससे अमेरिकी बाजार में उनके उत्पादों को बेहतर पहुंच मिल सकेगी। अमेरिका ने पहले ही कुछ प्रतिशोधात्मक शुल्कों को 1 अगस्त तक के लिए निलंबित कर दिया है, जिससे इस डील को अंतिम रूप देने के लिए अतिरिक्त समय मिल गया था।
माना जा रहा है कि इस मिनी डील में उन उत्पादों पर केंद्रित रियायतें शामिल होंगी जिन पर दोनों देशों के बीच कम असहमति है। भारत श्रम-गहन क्षेत्रों जैसे वस्त्र, चमड़ा और ऑटो पार्ट्स में अमेरिकी बाजार में बेहतर पहुंच चाहता है, जबकि अमेरिका कुछ कृषि और डेयरी उत्पादों के लिए बाजार पहुंच की मांग कर रहा है। हालांकि, भारतीय अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि किसानों और डेयरी क्षेत्र के हितों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
इस घोषणा से शेयर बाजार में भी रौनक देखने को मिली है, जहां निवेशकों को उम्मीद है कि यह समझौता दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश के अवसरों को बढ़ाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी हाल ही में संकेत दिए थे कि अमेरिका भारत के साथ एक व्यापार समझौते के करीब है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह “मिनी डील” एक बड़े और व्यापक व्यापार समझौते की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिस पर आगे चलकर बातचीत जारी रहेगी।
