Source The Tribune
नई दिल्ली: भारत ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया है जो ‘न्यूयॉर्क घोषणा’ का समर्थन करता है। इस घोषणा का उद्देश्य फिलिस्तीन मुद्दे का शांतिपूर्ण समाधान और ‘टू-स्टेट सॉल्यूशन’ (द्वि-राष्ट्र समाधान) को लागू करना है। यह कदम भारत की विदेश नीति में फिलिस्तीन के प्रति उसके लंबे समय से चले आ रहे समर्थन को दर्शाता है।
फ्रांस द्वारा पेश किए गए इस प्रस्ताव को 142 देशों के भारी समर्थन के साथ पारित किया गया, जबकि अमेरिका, इजरायल और अर्जेंटीना सहित 10 देशों ने इसके खिलाफ वोट किया। इस प्रस्ताव में गाजा में चल रहे युद्ध को समाप्त करने, और कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्रों में इजरायल की बस्तियों, भूमि हड़पने और हिंसा को तुरंत रोकने का आह्वान किया गया है। प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि गाजा को वेस्ट बैंक के साथ एकीकृत किया जाना चाहिए और यह एक संप्रभु और व्यवहार्य फिलिस्तीनी राज्य का अभिन्न अंग है।
इस मतदान से भारत ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर शांति और कूटनीति के माध्यम से संघर्षों के समाधान के अपने रुख को मजबूत किया है। यह प्रस्ताव गाजा में चल रहे मानवीय संकट के बीच आया है, और यह फिलिस्तीनी लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार के प्रति अंतरराष्ट्रीय समुदाय के व्यापक समर्थन को दर्शाता है।
