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नई दिल्ली: वैश्विक बाजारों से मिले-जुले संकेतों के बीच, भारतीय शेयर बाजार आज एक नए दौर के लिए तैयार है। वॉल स्ट्रीट (Wall Street) में आई रिकॉर्ड-तोड़ तेजी और गिफ्ट निफ्टी (Gift Nifty) के शुरुआती कारोबार ने आज भारतीय निवेशकों के लिए एक सकारात्मक शुरुआत का संकेत दिया है। इसके अलावा, टेस्ला (Tesla) के शेयरों में आई बड़ी हलचल ने भी वैश्विक निवेशकों का ध्यान खींचा है।
भारतीय बाजार को प्रभावित करने वाली 7 बड़ी बातें, जो रातों-रात बदली हैं:
गिफ्ट निफ्टी से सकारात्मक संकेत: SGX निफ्टी के Gift Nifty में बदलने के बाद यह भारतीय बाजार की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। आज गिफ्ट निफ्टी में शुरुआती बढ़त देखने को मिली, जो भारतीय बाजार में सकारात्मक ओपनिंग का संकेत दे रही है।
वॉल स्ट्रीट की रिकॉर्ड क्लोजिंग: अमेरिकी बाजारों में कल शानदार तेजी देखने को मिली, खासकर डाउ जोन्स (Dow Jones) और नैस्डैक (Nasdaq) ने मजबूत बढ़त दर्ज की। इस रिकॉर्ड क्लोजिंग से भारतीय निवेशकों का मनोबल बढ़ा है।
टेस्ला के शेयरों पर नजर: इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली कंपनी टेस्ला के शेयरों में हाल ही में बड़े उतार-चढ़ाव आए हैं। कंपनी की डिलीवरी और भविष्य की योजनाओं को लेकर वैश्विक निवेशकों में उत्साह और चिंता दोनों हैं, जिसका असर आज भारतीय आईटी और ऑटोमोबाइल सेक्टर पर दिख सकता है।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) का रुझान: पिछले कुछ सत्रों से FIIs की बिकवाली जारी थी, जिससे बाजार पर दबाव था। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने जोरदार खरीदारी करके बाजार को संभाला। आज FIIs के रुख पर बाजार की आगे की दिशा निर्भर करेगी।
कच्चे तेल की कीमतों में नरमी: अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड की कीमतों में आई गिरावट भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक संकेत है, क्योंकि इससे महंगाई पर नियंत्रण और कंपनियों की इनपुट कॉस्ट कम होने की उम्मीद है।
अमेरिकी फेड रेट का असर: अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों पर लिए गए निर्णय के बाद वैश्विक बाजारों में प्रतिक्रिया देखने को मिली है। दर कटौती की उम्मीद ने भारतीय आईटी जैसे निर्यात-उन्मुख क्षेत्रों के लिए सकारात्मक माहौल बनाया है।
मैक्रो इकोनॉमिक डेटा: भारत के कुछ महत्वपूर्ण मैक्रो इकोनॉमिक डेटा, जैसे कि ऑटो सेल्स के शानदार आंकड़े, बाजार की धारणा को मजबूती दे रहे हैं।
आज सेंसेक्स और निफ्टी की चाल काफी हद तक इन वैश्विक और घरेलू कारकों पर निर्भर करेगी।
