Source The Hindu
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को किसी भी प्रकार के दबाव, धमकी या दबदबे से मुक्त रहना चाहिए, ताकि यह क्षेत्र शांति, स्थिरता और सहयोग का केंद्र बना रहे। उन्होंने यह टिप्पणी सिंगापुर में आयोजित ‘इंडो-पैसिफिक सिक्योरिटी डायलॉग’ के दौरान की, जहां कई देशों के रक्षा मंत्री और सुरक्षा विशेषज्ञ मौजूद थे।
रajnath सिंह ने कहा कि भारत एक ऐसे मुक्त, समावेशी और नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था का समर्थन करता है जो सभी देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करे। उन्होंने कहा कि “इंडो-पैसिफिक क्षेत्र वैश्विक अर्थव्यवस्था का इंजन है और इस क्षेत्र में शांति व स्थिरता दुनिया की समृद्धि के लिए अनिवार्य है।”
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत की ‘सागर’ नीति (Security and Growth for All in the Region), क्षेत्रीय साझेदारी और आपसी विश्वास को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। भारत समुद्री सुरक्षा, आपदा राहत और मानवीय सहायता के क्षेत्र में कई देशों के साथ सहयोग कर रहा है।
रक्षा मंत्री ने अप्रत्यक्ष रूप से चीन का उल्लेख करते हुए कहा कि “किसी भी देश को अपनी सैन्य या आर्थिक शक्ति का उपयोग दूसरों को डराने या उनके अधिकारों का उल्लंघन करने के लिए नहीं करना चाहिए।”
राजनाथ सिंह की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब दक्षिण चीन सागर में चीन की बढ़ती गतिविधियों और सैन्य विस्तार को लेकर कई देश चिंता जता चुके हैं।
