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1. संघर्षविराम लागू
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के मध्यस्थता प्रयासों के बाद इज़राइल और इरान के बीच संघर्षविराम की घोषणा हुई है। दोनों पक्षों ने कहा है कि वे शांति का आदान-प्रदान करेंगे, लेकिन किसी भी पक्ष से उल्लंघन होने पर जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है ।
2. भारतीय दूतावास ने नागरिकों का निकासी कार्य तेज किया
तेहरान स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों की निकासी प्रक्रिया को तेज कर दिया है और इस संघर्षविराम का स्वागत भी किया गया है ।
3. अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में कहा: परमाणु कार्यक्रम पर प्रभाव केवल कुछ माह का
अमेरिकी प्रारंभिक खुफिया आंकड़ों के अनुसार इज़राइली और अमेरिकी हमले ने केवल कुछ ही माह के लिए ईरानी न्यूक्लियर क्षमता को बाधित किया है ।
4. इज़रायल का दावा: देरी दो–तीन वर्ष की
वहीं इज़राइली विदेश मंत्री गिदेओन सॉर ने यह दावा किया है कि कार्यक्रम में कम से कम दो–तीन वर्षों की देरी आई है ।
5. न्यूक्लियर स्थलों पर हुए हमले
हमले में नतांज, फर्डो, इस्फाहान सहित ईरान के कई परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। इनमें से कुछ स्थलों में गहरी क्षति आई थी ।
6. वैज्ञानिकों की हताहत
हमले में ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों सहित सैन्य अधिकारियों की भारी जनहानि हुई, जिसमें आईआरजीसी कमांडर तथा प्रमुख वैज्ञानिक शामिल थे ।
7. यूरोपीय देशों का कूटनीतिक हस्तक्षेप
ब्रिटेन, फ्रांस, और जर्मनी ने जेनेवा में ईरान के साथ परमाणु वार्ता शुरू की। ईरान ने बातचीत की इच्छा जताई, लेकिन कहा कि हमले जारी रहे तो वार्ता असंभव होगी ।
8. संयुक्त राष्ट्र और परमाणु निगरानी एजेंसियों की चिंता
IAEA और यूरोपीय देशों ने संघर्षविराम और निरीक्षणों की वकालत की, वहीं यूएन ने आवाजाही और मानवीय संकट की चिंताएं व्यक्त कीं ।
9. इज़राइल का ध्यान गाज़ा पर लौटेगा
ईरानी लड़ाई रुकने के बाद इज़राइली सैन्य बल गाजा में हमास विरोधी अभियानों पर पुन: ध्यान केंद्रित करेंगे ।
10. मानव लागत और वैश्विक असर
दोनों देशों में सैकड़ों नागरिकों की जान गई है, जिनमें यूरोपीय और अमेरिकी चिंता व्यक्त की गई है कि यदि संघर्ष जारी रहा तो क्षेत्रीय संकल्प और वैश्विक स्थिरता संकट में आ सकती है
निष्कर्ष
संघर्षविराम से क्षेत्र में फिलहाल तनाव कम हुआ है और मानव जीवन बचाया गया है। हालांकि न्यूक्लियर कार्यक्रम केवल कुछ माह या दो–तीन वर्षों के लिए बाधित हुआ है, यह अभी भी लंबी अवधि की प्रतीक्षा में है। गाज़ा में स्थिति, ईरान–यूरोप वार्ता और वैश्विक कूटनीतिक प्रयास आगे के निर्णयों के लिए निर्णायक होंगे।
