SOURCE NDTV
यरूशलम/तेहरान: इजराइल और ईरान के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। ईरानी मिसाइल हमलों में इजराइल में कम से कम 10 लोगों के मारे जाने की खबर है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। ये हमले ऐसे समय में हुए हैं जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तेहरान को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है।
इजराइली आपातकालीन सेवाओं के अनुसार, ईरानी मिसाइलों ने देश के कई शहरों, जिनमें तामरा, बट याम और रेहोवोट शामिल हैं, को निशाना बनाया है। बट याम में एक इमारत पर सीधे हमले से छह लोगों की मौत हो गई, जबकि तामरा में चार अन्य मारे गए। इजराइल के रक्षा अधिकारियों ने इन हमलों की पुष्टि की है और कहा है कि वे जवाबी कार्रवाई कर रहे हैं।
ईरान ने दावा किया है कि ये हमले इजराइल द्वारा उसके परमाणु और सैन्य ठिकानों पर किए गए हमलों के जवाब में किए गए हैं। ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने कहा है कि उन्होंने इजराइली लड़ाकू जेट ईंधन उत्पादन सुविधाओं को भी निशाना बनाया है।
इस बीच, अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि यदि ईरान अमेरिका पर किसी भी तरह से हमला करता है, तो उसे “पहले कभी न देखे गए स्तर पर” अमेरिकी सेना की पूरी ताकत का सामना करना पड़ेगा। ट्रंप ने यह भी स्पष्ट किया कि इजराइल पर हुए हमलों से अमेरिका का कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन उन्होंने कहा कि वे इजराइल और ईरान के बीच इस “खूनी संघर्ष” को समाप्त करने के लिए एक समझौते पर आसानी से पहुंच सकते हैं।
इजराइल ने भी ईरान में सैन्य ठिकानों और रक्षा मंत्रालय की सुविधाओं पर हमले तेज कर दिए हैं। दोनों देशों के बीच यह संघर्ष तीसरे दिन में प्रवेश कर चुका है, जिससे मध्य पूर्व में बड़े पैमाने पर युद्ध की आशंका बढ़ गई है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने दोनों पक्षों से संयम बरतने और तनाव कम करने की अपील की है, लेकिन फिलहाल स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है।
