SOURCE The Indian Express
नई दिल्ली: मध्य पूर्व में तनाव खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। इजरायल द्वारा ईरान की राजधानी तेहरान पर कई हवाई हमले किए जाने के घंटों बाद, ईरान ने इजरायल पर 100 से अधिक ड्रोन लॉन्च किए हैं। इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने पुष्टि की है कि वे इन ड्रोन को इजरायली क्षेत्र के बाहर ही इंटरसेप्ट कर रहे हैं।
आज सुबह (शुक्रवार, 13 जून, 2025) इजरायल ने ईरान के सैन्य और परमाणु प्रतिष्ठानों को निशाना बनाते हुए ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ शुरू किया। इजरायली सेना के अनुसार, इस हमले में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख हुसैन सलामी और कई शीर्ष परमाणु वैज्ञानिक मारे गए हैं, जिससे तेहरान की रक्षा और परमाणु कमान को भारी झटका लगा है। ईरान के सरकारी मीडिया ने भी तेहरान के रिहायशी इलाकों में हुए हमलों में आम नागरिकों, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं, की मौत की खबरें दी हैं।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने राष्ट्र के नाम संबोधन में इस ऑपरेशन को “सफल प्रारंभिक हमला” बताया और कहा कि IDF ने उन प्रमुख वैज्ञानिकों को भी निशाना बनाया है जो ईरान के लिए परमाणु बम बना रहे थे। उन्होंने जनता से सैन्य दिशानिर्देशों का पालन करने का भी आग्रह किया।
जवाबी कार्रवाई में, ईरान ने इजरायल की ओर सैकड़ों ड्रोन दागे हैं। इजरायली सैन्य अधिकारी ने बताया कि इजरायली सेना ने इजरायली क्षेत्र के बाहर से ईरान द्वारा दागे गए मानवरहित हवाई वाहनों (UAVs) को इंटरसेप्ट करना शुरू कर दिया है। इजरायल का आयरन डोम एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह से सक्रिय है।
इस बढ़ते तनाव के बीच, जॉर्डन और इराक ने अपने हवाई क्षेत्र बंद कर दिए हैं। कतर ने इजरायली हमलों को अंतरराष्ट्रीय कानून का “स्पष्ट उल्लंघन” बताया है और संयम बरतने का आह्वान किया है। अमेरिका ने इन हमलों से खुद को दूर रखा है, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा है कि वाशिंगटन इन सैन्य कार्रवाइयों में शामिल नहीं था और ईरान को अमेरिकी हितों को निशाना बनाने के खिलाफ चेतावनी दी है।
मध्य पूर्व में इस स्थिति से क्षेत्रीय संघर्ष की आशंका बढ़ गई है। दुनिया भर में तेल की कीमतों और सोने के दाम में भी भारी उछाल देखा गया है।
