SOURCE The Hindu
नई दिल्ली, 9 जून 2025 — भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक मिशन के साथ 8 जून 2025 को फ्रांस, यूरोपीय संघ (EU) और बेल्जियम की एक सप्ताह की यात्रा पर रवाना हुए । इस दौरे का उद्देश्य बहु-आयामी सहयोग को सुदृढ़ करना है, जिसमें सुरक्षा, रक्षा, आर्थिक और तकनीकी सहयोग शामिल हैं।
🇫🇷 फ्रांस में रणनीतिक एवं रक्षा साझेदारी
– जयशंकर ने पेरिस और मार्सेई में फ्रांसीसी विदेश मंत्री जीन नोएल बारोट से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा क्षेत्र में सहयोग एवं संयुक्त परियोजनाओं पर विशेष रूप से विचार-विमर्श हुआ ।
– मार्सेई में आयोजित “Mediterranean Raisina Dialogue” में उन्होंने भारत-फ्रांस सहयोग, आतंकवाद से लड़ाई एवं डिजिटल तकनीक के क्षेत्र में पारदर्शिता पर अपने विचार रखे ।
🇪🇺 यूरोपीय संघ के साथ रणनीतिक संवाद
– ब्रुसेल्स में उन्होंने EU उच्च प्रतिनिधि और उपाध्यक्ष काजा कलास से “प्रथम मंत्रिस्तरीय रणनीतिक संवाद” किया। इसमें आतंकवाद, सुरक्षा, व्यापार एवं तकनीकी सहयोग जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई ।
– भारत-EU के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) को वर्ष अंत तक अंतिम रूप देने की प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया गया ।
🇧🇪 बेल्जियम में आर्थिक सहयोग को मजबूत बनाना
– बेल्जियम के उप प्रधानमंत्री兼 विदेश मंत्री मैक्सिमे प्रेवोट के साथ जयशंकर की द्विपक्षीय बैठक हुई, जिसमें सेमीकंडक्टर, क्लीन एनर्जी, एआई, और स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की रूपरेखा तैयार की गई ।
– दोनों देशों ने व्यापार, निवेश, ग्रीन टेक्नोलॉजी व हीरे के कारोबार में साझेदारी बढ़ाने पर भी सहमति जताई ।
दौरे की प्रमुख प्राथमिकताएँ
क्षेत्र अभियान और मंतव्य
रक्षा-सुरक्षा आतंकवादी अभियानों (जैसे ऑपरेशन सिंडूर) के बाद प्रतिक्रिया और साझेदारी
रणनीतिक सहयोग EU व फ्रांस के साथ नियमित रणनीतिक संवाद
आर्थिक जुड़ाव बेल्जियम में व्यापार, निवेश और तकनीकी सहयोग
जयशंकर के इस दौरे से यह संदेश स्पष्ट होता है कि भारत यूरोपीय साझेदारों के साथ अपने संबंधों को निष्पक्ष, सम्मानजनक और पारस्परिक हितों पर आधारित बनाना चाहता है ।
इस यात्रा के दौरान भारत ने न केवल रणनीतिक और रक्षा सहयोग को तीव्र किया, बल्कि आर्थिक साझेदारी के नए अवसरों पर जोर देते हुए यूरोप में अपनी वैश्विक छवि को और सुदृढ़ किया है।
