Source BBC
लेह। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में पूर्ण राज्य के दर्जे की मांग को लेकर चल रहा प्रदर्शन बुधवार को हिंसक हो गया, जिसके बाद अधिकारियों को कर्फ्यू लगाना पड़ा। प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई झड़पों में चार लोगों की मौत हो गई और 80 से अधिक घायल हो गए, जिनमें 40 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
लंबे समय से लद्दाख के लोग राज्य के दर्जे के साथ-साथ संविधान की छठी अनुसूची के तहत सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का तर्क है कि यह क्षेत्र के नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र, भूमि अधिकारों और सांस्कृतिक पहचान की रक्षा के लिए आवश्यक है। यह आंदोलन हाल ही में तब और तेज हो गया था जब शिक्षाविद और जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने इस मांग के समर्थन में भूख हड़ताल शुरू की थी।
हिंसा तब भड़की जब प्रदर्शनकारियों ने भाजपा कार्यालय और लेह स्वायत्त विकास परिषद के कार्यालय में तोड़फोड़ और आगजनी की। उन्होंने कई वाहनों को भी जला दिया। हालात को काबू में लाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया, जिसमें कथित तौर पर फायरिंग भी शामिल है। हिंसा को देखते हुए प्रशासन ने पूरे लेह जिले में कर्फ्यू लगा दिया है और इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। पुलिस ने अब तक 50 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। इस बीच, सोनम वांगचुक ने हिंसा को देखते हुए अपनी भूख हड़ताल खत्म कर दी है।
