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पेरिस, 21 अक्टूबर: फ्रांस की राजधानी पेरिस स्थित विश्वप्रसिद्ध लूव्र म्यूज़ियम (Louvre Museum) में एक सनसनीखेज चोरी की घटना ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार की सुबह तड़के सिर्फ 8 मिनट के अंदर एक संगठित गिरोह ने संग्रहालय की सुरक्षा व्यवस्था को भेदते हुए ‘अनमोल’ हीरे और जवाहरात चोरी कर लिए, जिनकी कीमत सैकड़ों मिलियन यूरो बताई जा रही है।
अधिकारियों के मुताबिक, यह चोरी लूव्र के ‘रॉयल ट्रेज़र्स गैलरी’ सेक्शन में हुई, जहां 18वीं शताब्दी के दुर्लभ रत्न और आभूषण रखे गए थे। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि चोरों ने सुरक्षा कैमरों और अलार्म सिस्टम को हाई-टेक तरीके से हैक किया और भीतर प्रवेश किया। पुलिस ने इसे “Heist of the Century” (सदी की सबसे बड़ी डकैती) करार दिया है।
सीसीटीवी फुटेज से मिली जानकारी
फुटेज में देखा गया है कि चार नकाबपोश व्यक्ति काले कपड़ों में रात 3:12 बजे संग्रहालय में दाखिल हुए और 3:20 बजे तक मौके से फरार हो गए। चोरी के दौरान उन्होंने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया और उनके मूवमेंट अत्यंत पेशेवर तरीके से योजनाबद्ध थे।
अंतरराष्ट्रीय जांच एजेंसियाँ सक्रिय
फ्रांसीसी पुलिस ने इंटरपोल और यूरोपोल की सहायता मांगी है, क्योंकि शक है कि चोरी किए गए गहने पहले से तैयार अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के ज़रिए विदेश में बेचे जा सकते हैं।
लूव्र प्रशासन ने बयान जारी करते हुए कहा, “यह संग्रहालय के इतिहास की सबसे गंभीर सुरक्षा विफलता है। हम पूरी तरह से अधिकारियों के साथ सहयोग कर रहे हैं और जनता से अपील करते हैं कि अफवाहों पर ध्यान न दें।”
जनता और विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
इतिहासकारों का कहना है कि ये रत्न केवल आर्थिक रूप से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी अमूल्य थे। कला समीक्षक पियरे मोंटाले ने कहा, “यह सिर्फ गहनों की चोरी नहीं, बल्कि मानव इतिहास की विरासत पर हमला है।”
फिलहाल, पुलिस ने पेरिस के आसपास कई ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है, लेकिन अब तक किसी गिरफ्तारी की सूचना नहीं मिली है।
