Source Bloomberg
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी टैरिफ की चुनौतियों के बीच भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए टैक्स कटौती की घोषणा की है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले से दिए गए अपने भाषण में पीएम मोदी ने अगली पीढ़ी के GST सुधारों का वादा किया है, जिससे आम जनता और छोटे एवं मध्यम उद्योगों (MSMEs) पर टैक्स का बोझ कम होगा। यह कदम न सिर्फ घरेलू मांग को बढ़ाएगा, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था को वैश्विक चुनौतियों से निपटने में भी मदद करेगा।
GST में बड़ा बदलाव: आम आदमी को राहत
सरकार की योजना मौजूदा GST स्लैब (5%, 12%, 18%, 28%) को घटाकर सिर्फ दो करने की है। सूत्रों के अनुसार, 12% के स्लैब में आने वाली अधिकांश वस्तुओं को 5% के स्लैब में लाया जाएगा, जिससे इन पर 7% की कटौती होगी। इसी तरह, 28% के स्लैब में शामिल कई सामानों को 18% के स्लैब में शामिल किया जा सकता है। इससे घरेलू उपयोग की वस्तुएं, जैसे कि सीमेंट, एयर कंडीशनर और कुछ इलेक्ट्रॉनिक सामान सस्ते हो जाएंगे।
यह बदलाव आम आदमी की खरीदने की क्षमता को बढ़ाएगा, जिससे बाजार में मांग बढ़ेगी। यह घरेलू उपभोग में वृद्धि करेगा, जो कि किसी भी अर्थव्यवस्था की रीढ़ होती है।
अमेरिकी टैरिफ का असर होगा सीमित
हाल ही में, अमेरिका ने कुछ भारतीय उत्पादों पर 25% का जवाबी टैरिफ लगाने का प्रस्ताव रखा है। हालांकि, भारतीय अधिकारियों का मानना है कि इन टैरिफ का भारत पर खास असर नहीं पड़ेगा। मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) वी. अनंत नागेश्वरन ने कहा है कि इसका प्रभाव एक या दो तिमाहियों में कम हो जाएगा।
पीएम मोदी का टैक्स सुधार का कदम देश की अर्थव्यवस्था को आंतरिक रूप से मजबूत बनाने पर केंद्रित है, जिससे बाहरी दबाव, जैसे कि अमेरिकी टैरिफ, का प्रभाव कम हो सके। सरकार घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए भी कई योजनाएं ला रही है, ताकि भारतीय उत्पाद वैश्विक प्रतिस्पर्धा में टिकसकें।
