नई दिल्ली, 4 मार्च 2025 – केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज टाटा मोटर्स के पहले हाइड्रोजन-संचालित भारी-भरकम ट्रक के परीक्षणों को हरी झंडी दिखाई। यह कदम भारत में स्वच्छ और टिकाऊ परिवहन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है।
इस ट्रक को पूरी तरह से हाइड्रोजन ईंधन सेल तकनीक पर विकसित किया गया है, जिससे यह शून्य-उत्सर्जन के साथ काम करेगा। यह पहल भारत सरकार के “ग्रीन मोबिलिटी मिशन” के तहत की जा रही है, जिसका उद्देश्य देश में पारंपरिक जीवाश्म ईंधनों पर निर्भरता कम करना है।
गडकरी ने जताई उम्मीद
ट्रक को हरी झंडी दिखाने के दौरान नितिन गडकरी ने कहा, “यह परीक्षण देश में हाइड्रोजन ईंधन आधारित वाहनों के लिए एक नया युग शुरू करेगा। इससे न केवल प्रदूषण कम होगा, बल्कि लॉजिस्टिक्स सेक्टर में भी क्रांतिकारी बदलाव आएगा।”
टाटा मोटर्स की बड़ी पहल
टाटा मोटर्स के सीईओ और एमडी, मार्क लिस्टोसेला ने इस मौके पर कहा कि कंपनी हाइड्रोजन, इलेक्ट्रिक और अन्य स्वच्छ ऊर्जा समाधानों पर लगातार निवेश कर रही है। उन्होंने बताया कि यह ट्रायल सफल रहा तो आने वाले वर्षों में हाइड्रोजन-संचालित ट्रकों का व्यावसायिक उत्पादन भी शुरू किया जाएगा।
भारत में हरित परिवहन की दिशा में बड़ा कदम
हाइड्रोजन-संचालित ट्रक का यह परीक्षण भारत की लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। सरकार पहले ही हाइड्रोजन ईंधन के उत्पादन और उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं शुरू कर चुकी है। अगर ये ट्रायल सफल होते हैं, तो देश में पारंपरिक डीजल ट्रकों की जगह जल्द ही हाइड्रोजन ट्रक दौड़ते न
जर आ सकते हैं।