Guwahati: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज असम में ‘एडवांटेज असम 2.0’ का उद्घाटन किया, जिससे पूर्वोत्तर भारत में निवेश और औद्योगिक विकास को एक नई गति मिलने की उम्मीद है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य असम और पूर्वोत्तर क्षेत्र को व्यापार और विनिर्माण का हब बनाना है।
पूर्वोत्तर के लिए नए अवसर
गुवाहाटी में आयोजित इस दो दिवसीय वैश्विक निवेशक सम्मेलन में देश-विदेश के उद्योगपति, नीति-निर्माता और व्यवसायी शामिल हुए। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि ‘एडवांटेज असम 2.0’ केवल एक कार्यक्रम नहीं बल्कि पूर्वोत्तर को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र सरकार की नीतियों के कारण असम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में आधारभूत ढांचे का तेजी से विकास हुआ है। सड़क, रेलवे, जलमार्ग और हवाई संपर्क में सुधार से निवेशकों के लिए यह क्षेत्र अधिक आकर्षक बन गया है।
रोजगार और औद्योगिक विकास को बढ़ावा
कार्यक्रम में असम सरकार ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ समझौतों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए, जिससे राज्य में नए उद्योगों की स्थापना होगी और स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि यह पहल असम को आत्मनिर्भर और भारत की अर्थव्यवस्था में प्रमुख योगदान देने वाला राज्य बनाएगी।
- असम और पूर्वोत्तर के लिए क्या होगा लाभ
- बुनियादी ढांचे और लॉजिस्टिक्स में सुधार
- आईटी, कृषि, जैव प्रौद्योगिकी और पर्यटन में नए निवेश
- स्थानीय कारीगरों और उद्यमियों को वैश्विक बाजार तक पहुंच
- हरित ऊर्जा और सतत विकास की दिशा में कदम
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘एडवांटेज असम 2.0’ न केवल असम बल्कि पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए समृद्धि और विकास का नया द्वार खोलेगा। उन्होंने उद्योगपतियों से अपील की कि वे इस क्षेत्र में निवेश करें और भारत के विकास में योगदान दें।