तिरुवनंतपुरम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही केरल के विझिंजम बंदरगाह का उद्घाटन करेंगे, जो भारत का पहला गहरे पानी वाला ट्रांसशिपमेंट हब बनने जा रहा है। यह ऐतिहासिक परियोजना भारत की समुद्री व्यापार क्षमताओं को एक नई दिशा देगी और देश को वैश्विक समुद्री मानचित्र पर मजबूती से स्थापित करेगी।
क्या है विझिंजम पोर्ट की खासियत?
विझिंजम पोर्ट को गहरे पानी वाला प्राकृतिक बंदरगाह माना जाता है, जो बड़े कंटेनर जहाजों को सीधे डॉकिन की सुविधा देगा। यह पोर्ट हिंद महासागर क्षेत्र में स्थित है और यह कोलंबो, सिंगापुर और दुबई जैसे अंतरराष्ट्रीय बंदरगाहों के लिए एक रणनीतिक विकल्प के रूप में उभर रहा है।
ट्रांसशिपमेंट हब के रूप में महत्व
वर्तमान में भारत के अधिकांश कंटेनर जहाजों को कोलंबो या सिंगापुर जैसे विदेशी बंदरगाहों पर ट्रांसशिप किया जाता है, जिससे समय और लागत दोनों बढ़ जाते हैं। विझिंजम पोर्ट के चालू होने से भारत को ट्रांसशिपमेंट के लिए आत्मनिर्भरता मिलेगी और विदेशी मुद्रा की बचत भी होगी।
आर्थिक और रणनीतिक लाभ
यह बंदरगाह न केवल केरल बल्कि पूरे भारत की अर्थव्यवस्था को गति देगा। इससे हज़ारों लोगों को रोजगार मिलेगा और भारत की लॉजिस्टिक रैंकिंग में सुधार होगा। इसके अलावा, यह चीन और अन्य समुद्री शक्तियों के प्रभाव को संतुलित करने की भारत की रणनीति में भी एक अहम भूमिका निभाएगा।
निष्कर्ष
विझिंजम पोर्ट का उद्घाटन भारत के समुद्री इतिहास में एक बड़ा मील का पत्थर होगा। प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति इस परियोजना को राष्ट्रीय महत्व की मान्यता प्रदान करती है।
