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नई दिल्ली, 29 मई 2025 — कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की सराहना करने के बाद पार्टी के भीतर उठे विरोध के स्वर पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने पार्टी के कुछ सदस्यों को ‘कट्टरपंथी’ करार देते हुए कहा कि उनके पास करने के लिए और भी महत्वपूर्ण कार्य हैं।
थरूर ने हाल ही में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा था कि 2016 में भारत ने पहली बार नियंत्रण रेखा (LoC) पार कर आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया था। उनके इस बयान पर पार्टी के कुछ नेताओं ने नाराजगी जताई। इसके जवाब में थरूर ने स्पष्ट किया कि उनका बयान केवल आतंकवादी हमलों के जवाब में की गई सैन्य कार्रवाई के संदर्भ में था, न कि भारत के युद्धकालीन इतिहास के बारे में। उन्होंने कहा, “मैंने जो कहा, वह आतंकवादी हमलों के जवाब में की गई कार्रवाई के संदर्भ में था, न कि भारत के युद्धकालीन इतिहास के बारे में।”
थरूर ने अपनी आलोचना करने वालों को ‘कट्टरपंथी’ कहकर संबोधित किया और कहा कि उनके पास करने के लिए और भी महत्वपूर्ण काम हैं। उन्होंने कहा, “मैंने जो कहा, वह आतंकवादी हमलों के जवाब में की गई कार्रवाई के संदर्भ में था, न कि भारत के युद्धकालीन इतिहास के बारे में।”
यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब थरूर पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति और रूस-यूक्रेन युद्ध में उनकी कूटनीति की सराहना कर चुके हैं। उनकी इन टिप्पणियों ने कांग्रेस के भीतर असंतोष पैदा किया है, जबकि भाजपा ने उनके बयानों की प्रशंसा की है।
थरूर ने स्पष्ट किया कि उनकी टिप्पणियाँ ‘प्रो-इंडिया’ हैं, न कि ‘प्रो-बीजेपी’। उन्होंने कहा, “मैं एक गर्वित कांग्रेसी और भारतीय हूँ। भाजपा नेताओं के कुछ बयानों या कार्यों के प्रति ग्रहणशील होना पार्टी के मुख्य हिंदुत्व एजेंडे को स्वीकार करने के समान नहीं है।”
कांग्रेस पार्टी ने अभी तक थरूर के हालिया बयानों पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, पार्टी के भीतर इस मुद्दे पर मतभेद स्पष्ट रूप से सामने आ रहे हैं।
