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सियोल, 21 जुलाई 2025 – दक्षिण कोरिया में पिछले पांच दिनों से जारी मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है, जिसके चलते भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई है और 9 अन्य अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार, मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है, क्योंकि राहत और बचाव कार्य लगातार जारी हैं।
देश के दक्षिणी और मध्य क्षेत्रों में भारी बारिश का सबसे अधिक असर देखने को मिला है। गृह एवं सुरक्षा मंत्रालय के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, सबसे ज्यादा मौतें सानचियोंग प्रांत में हुई हैं, जहां 10 लोगों की जान गई और चार लापता हैं। गैप्योंग और ग्वांगजू जैसे शहरों में भी जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। भूस्खलन से कई घर मलबे में तब्दील हो गए हैं, जबकि बाढ़ के पानी में वाहन बह गए और सड़कें जलमग्न हो गईं।
आपदा प्रबंधन कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि गैप्योंग शहर में एक भूस्खलन में एक 70 वर्षीय महिला की मौत हो गई, जबकि एक अन्य व्यक्ति उफनती नदी में बह गया। सानचियोंग में भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ के कारण कई घरों के ढहने से आठ लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
लगातार हो रही बारिश के कारण लगभग 14,000 से अधिक लोगों को अपने घरों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। प्रभावित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है और कृषि भूमि को भी भारी नुकसान पहुंचा है। हजारों सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है, जिनमें सड़कें, पुल और इमारतें शामिल हैं।
मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी जारी की थी कि कुछ क्षेत्रों में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हो सकती है। सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों को विशेष आपदा क्षेत्र घोषित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, ताकि राहत और पुनर्वास कार्यों के लिए अतिरिक्त सहायता प्रदान की जा सके।
राष्ट्रपति ली जे म्युंग ने इस प्राकृतिक आपदा में जान गंवाने वालों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है और प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। बचाव दल लापता लोगों की तलाश में जुटे हुए हैं और स्थिति को सामान्य करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
