Source Economics Time
पडरौना, उत्तर प्रदेश: वैश्विक रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग को एक पायदान ऊपर बढ़ाते हुए स्थिर दृष्टिकोण के साथ “बीबीबी-” से “बीबीबी” कर दिया है। यह अपग्रेड भारतीय अर्थव्यवस्था के लचीलेपन और मजबूत विकास संभावनाओं को दर्शाता है।
एसएंडपी ने अपने बयान में कहा कि यह सुधार भारत की सुधरती राजकोषीय स्थिति और स्थिर बाहरी क्षेत्र की स्थिति को दर्शाता है। एजेंसी ने यह भी उल्लेख किया कि सरकार द्वारा किए गए संरचनात्मक सुधारों से मध्यम अवधि में विकास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
यह रेटिंग अपग्रेड ऐसे समय में आया है जब वैश्विक अर्थव्यवस्था विभिन्न चुनौतियों का सामना कर रही है। भारत की रेटिंग में सुधार निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है और इससे देश में अधिक विदेशी निवेश आकर्षित होने की संभावना है।
विशेषज्ञों का मानना है कि एसएंडपी का यह कदम भारत सरकार की आर्थिक नीतियों और सुधारों की दिशा में एक महत्वपूर्ण मान्यता है। मजबूत आर्थिक विकास, नियंत्रित मुद्रास्फीति और राजकोषीय अनुशासन बनाए रखने के सरकार के प्रयासों को वैश्विक स्तर पर सराहा गया है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि “बीबीबी” रेटिंग अभी भी निवेश ग्रेड की सबसे निचली श्रेणी है, लेकिन “बीबीबी-” से ऊपर का यह कदम भारत की क्रेडिट प्रोफाइल में सुधार का संकेत देता है। स्थिर दृष्टिकोण का मतलब है कि एसएंडपी को अगले 12 से 24 महीनों में रेटिंग में और बदलाव की उम्मीद नहीं है।
इस रेटिंग अपग्रेड से भारत सरकार को अंतरराष्ट्रीय बाजारों से बेहतर शर्तों पर उधार लेने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा, यह भारतीय कंपनियों के लिए भी विदेशों से पूंजी जुटाने की लागत को कम कर सकता है।
कुल मिलाकर, एसएंडपी ग्लोबल द्वारा भारत की रेटिंग में अपग्रेड भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक विकास है और यह देश की बढ़ती वैश्विक आर्थिक स्थिति को दर्शाता है।
