Source HT
लंदन: भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच गुरुवार को एक ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर किए गए, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारर और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में हुए इस समझौते से अगले कुछ वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार में भारी वृद्धि होने की उम्मीद है। ब्रिटिश सरकार के अनुसार, यह समझौता सालाना लगभग 34 अरब डॉलर का अतिरिक्त व्यापार जोड़ेगा, जबकि दोनों देशों का लक्ष्य 2030 तक व्यापार को दोगुना कर 120 अरब डॉलर तक पहुंचाना है।
इस समझौते के तहत, भारत से ब्रिटेन को निर्यात किए जाने वाले लगभग 99% उत्पादों पर से टैरिफ समाप्त हो जाएगा, जिससे भारतीय कपड़ा, जूते, रत्न-आभूषण, समुद्री खाद्य और इंजीनियरिंग सामानों को ब्रिटेन के बाजार में बेहतर पहुंच मिलेगी। वहीं, ब्रिटेन से भारत आने वाले स्कॉच व्हिस्की, कारों और मेडिकल उपकरणों पर भी शुल्क में उल्लेखनीय कमी आएगी, जिससे ये उत्पाद भारतीय उपभोक्ताओं के लिए सस्ते और अधिक सुलभ हो जाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस समझौते को “साझा समृद्धि की योजना” बताया, जबकि ब्रिटिश प्रधानमंत्री स्टारर ने इसे ब्रिटेन के लिए “एक बड़ी जीत” करार दिया। स्टारर ने कहा कि यह समझौता हजारों नए रोजगार पैदा करेगा और व्यवसायों के लिए नए अवसर खोलेगा।
दोनों प्रधानमंत्रियों ने ‘विजन-2035’ भी जारी किया, जो प्रौद्योगिकी, रक्षा, जलवायु, शिक्षा और लोगों के बीच संपर्क को मजबूत करने का एक रोडमैप है। इस अवसर पर, आतंकवाद के खिलाफ साझा प्रतिबद्धता व्यक्त की गई और आर्थिक अपराधियों के प्रत्यर्पण पर सहयोग बढ़ाने पर भी सहमति बनी। यह समझौता दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं को मजबूती प्रदान करने के साथ-साथ वैश्विक व्यापार में भी एक महत्वपूर्ण संदेश देगा।
