Source Trade Brain
मुंबई : टाटा समूह की कंपनी टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने अपने शेयरधारकों के लिए एक बड़ा ऐलान किया है। कंपनी ने 1:10 के अनुपात में शेयर विभाजन (stock split) के लिए रिकॉर्ड तिथि 14 अक्टूबर, 2025 तय की है। इस खबर के बाद मंगलवार को कंपनी के शेयर 12% से अधिक की छलांग लगाकर ₹8,250 के 52-सप्ताह के नए उच्च स्तर पर पहुँच गए।
शेयर विभाजन क्या है?
शेयर विभाजन एक कॉर्पोरेट कार्रवाई है जिसमें एक कंपनी अपने मौजूदा शेयरों को कई नए शेयरों में विभाजित करती है। इसका मतलब है कि शेयरों की संख्या बढ़ जाती है जबकि प्रति शेयर कीमत उसी अनुपात में घट जाती है।
निवेशकों के लिए इसका क्या मतलब है?
1:10 के अनुपात में शेयर विभाजन का मतलब है कि प्रत्येक शेयर जिसका अंकित मूल्य ₹10 है, वह ₹1 अंकित मूल्य वाले 10 शेयरों में विभाजित हो जाएगा। अगर आपके पास विभाजन से पहले टाटा इन्वेस्टमेंट का एक शेयर था, तो अब आपके पास 10 शेयर होंगे। हालाँकि, आपके निवेश का कुल मूल्य अपरिवर्तित रहेगा।
शेयर विभाजन का कारण और प्रभाव
टाटा इन्वेस्टमेंट ने यह कदम कंपनी के शेयरों में तरलता (liquidity) बढ़ाने और छोटे निवेशकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से उठाया है। जब किसी शेयर की कीमत बहुत अधिक हो जाती है, तो वह छोटे निवेशकों के लिए कम आकर्षक हो सकती है। शेयर विभाजन के बाद, शेयर की कीमत कम हो जाती है, जिससे यह अधिक सुलभ और आकर्षक बन जाता है। बाजार विश्लेषकों का मानना है कि इस कदम से कंपनी के शेयर में और भी तेजी आ सकती है।
