Source Financial Express
नई दिल्ली: आईटी कर्मचारियों के संघ (Union of IT & ITES Employees – UNITE) ने हाल ही में दावा किया था कि टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) लगभग 30,000 कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बना रही है। इसके विरोध में मंगलवार को चेन्नई समेत कई शहरों में विरोध प्रदर्शन भी हुए। हालांकि, कंपनी ने इन दावों को गलत और भ्रामक बताया है।
टीसीएस ने एक बयान जारी कर स्पष्ट किया कि यह अटकलें गलत हैं और जैसा कि पहले बताया गया था, यह फैसला कंपनी के कुल कर्मचारियों के 2% तक सीमित है, जिसका अर्थ है लगभग 12,000 कर्मचारियों को प्रभावित करेगा। टीसीएस ने कहा कि यह कदम कंपनी को “भविष्य के लिए तैयार संगठन” बनाने की रणनीति का हिस्सा है, जिसमें क्लाउड, एआई और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
यूनियन ने आरोप लगाया है कि कंपनी अनुभवी कर्मचारियों की जगह 80-85% कम वेतन पर नए कर्मचारियों को नियुक्त कर रही है। उन्होंने सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने और छंटनी को रोकने की मांग की है। वहीं, टीसीएस का कहना है कि प्रभावित कर्मचारियों को उचित लाभ, प्लेसमेंट सहायता और परामर्श दिया जाएगा।
