हैदराबाद, 25 फरवरी 2025: तेलंगाना के खम्मम जिले में एक निर्माणाधीन सुरंग के ध्वस्त होने की घटना के बाद, उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने तत्काल बचाव कार्यों की निगरानी के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की। इस बैठक में जिला प्रशासन, पुलिस, और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे बचाव कार्यों में तेजी लाएं और फंसे हुए श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए सभी आवश्यक संसाधनों का उपयोग करें। उन्होंने कहा, “प्राथमिकता फंसे हुए लोगों की जान बचाना है। सभी संबंधित विभाग समन्वय स्थापित करके तेजी से कार्य करें।”
प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, सुरंग ध्वस्त होने से कई श्रमिक अंदर फंस गए हैं। बचाव दल मलबे को हटाने और फंसे हुए लोगों तक पहुंचने के लिए आधुनिक उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं। स्थानीय अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है, ताकि घायलों को तुरंत चिकित्सा सहायता प्रदान की जा सके।
उपमुख्यमंत्री विक्रमार्क ने प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है और घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा, “दुर्घटना के कारणों की गहन जांच की जाएगी, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
स्थानीय निवासियों और स्वयंसेवकों ने भी बचाव कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लिया है, जिससे राहत प्रयासों में महत्वपूर्ण सहायता मिली है। राज्य सरकार ने प्रभावितों के लिए मुआवजे की घोषणा की है, जिसकी विस्तृत जानकारी जल्द ही सार्वजनिक की जाएगी।
इस घटना ने राज्य में निर्माणाधीन परियोजनाओं की सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकार ने सभी निर्माण स्थलों पर सुरक्षा उपायों की समीक्षा करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्णय लिया है।
बचाव कार्य अभी भी जारी है, और प्रशासन ने जनता से अफवाहों से बचने और आधिकारिक स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर विश्वास करने की अपील की है।
