Source The Indian Express
तेलंगाना के Chevella-मंडल, Ranga Reddy district में सोमवार सुबह एक बुरी तरह से हुआ बस दुर्घटना ने एक ही परिवार की खुशियाँ खोलकर रख दीं। सुबह करीब 7:30 बजे, Telangana State Road Transport Corporation (TSRTC) की बस को एक टिपर लोरी ने टक्कर मारी, जिसमें करीब 70 यात्रियों के साथ तीन बहनों, एक नवजात और उसकी मां समेत कुल 19 से 20 लोग मारे गए।
घटना का विवरण
बस शादी समारोह से लौट रही थी — त्रयानी बहनें, जिनके नाम हैं Tanusha, Sai Priya और Nandini, अपने परिवार के साथ शादी में शामिल होकर कॉलेज के लिए हैदराबाद वापस जा रही थीं।
एक अन्य मां, Saliha Begum, अपने तीन महीने के नवजात लड़के के साथ थी। बताते हैं कि जब मलबा हटाया गया तब वह अपने बच्चे को गले लगाए मिली थीं — लेकिन वह और बच्चा दोनों इस हादसे में नहीं बच सके।
टीपर लोरी कथित रूप से गलत दिशा से आई थी और उसमें लदा हुआ बजरी-मिश्रित मलबा बस पर गिर गया, यात्रियों को दफन कर दिया।
बचाव एवं बाद की कार्रवाई
दुर्घटना की सूचना मिलते ही बचाव दल मौके पर पहुंचा, लेकिन बस का मलबे से भरा हिस्सा हटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। एक साक्षी ने बताया- “मैं बस में सो रहा था, जब अचानक जोर की आहट हुई… मैं भागा, लेकिन उन्होंने जो ड्राइवर साइड में बैठे थे, वे निकल नहीं पाए।”
सरकारी अधिकारियों ने मृतकों के परिजनों को मुआवजे का आश्वासन दिया है।
दर्दनाक मानवीय पहलू
एक पिता, Yellaiah Goud (तांडूर-निवासी) ने अपनी तीन बेटियों को खो दिया – शादी के बाद की खुशियों से लौट रही थीं।
सलीहा बेगम की मां ने बच्चे को गले लगाकर आखिरी बार देखा था — यह दृश्य सुनने वालों को भी झकझोर गया।
सुरक्षा-चिंताएं
यह हादसा यह संकेत देता है कि भारी वाहनों की गति, उनके रूटिंग नियंत्रण और बसों में बैठने की व्यवस्था में अभी भी बड़ी खामियाँ हैं। हादसे के स्थान पर यह पाया गया कि बस के ड्राइवर-साइड यात्रियों को निकलने का समय नहीं मिल पाया था।
दुःखद इस दुर्घटना ने एक-एक करके कई परिवारों की खुशियों को गई भुना। इन कथाओं में सिर्फ संख्या नहीं बल्कि इंसानी जीवन खो रहा है।
