Source The Indian Express
मशहूर अभिनेता असरानी के निधन की खबर से फिल्म जगत और उनके लाखों प्रशंसक गहरे सदमे में हैं। अपनी हास्य टाइमिंग और यादगार किरदारों के लिए जाने जाने वाले, असरानी को हिंदी सिनेमा में ‘द मैन हू मेड इंडिया लाफ’ के रूप में याद किया जा रहा है।
हिंदी सिनेमा के एक युग का अंत: वयोवृद्ध अभिनेता असरानी, जिन्होंने अपनी अदाकारी से दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बनाई थी, अब हमारे बीच नहीं रहे। उनके निधन की खबर से पूरी इंडस्ट्री में शोक की लहर है। फिल्म जगत की हस्तियों और उनके प्रशंसकों ने उन्हें सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से भावभीनी श्रद्धांजलि दी है।
हास्य और संजीदगी का मेल
असरानी ने अपने छह दशक से अधिक के करियर में 300 से अधिक फिल्मों में काम किया। उन्हें खासकर हास्य भूमिकाओं के लिए जाना जाता था, जहाँ उनकी खास बॉडी लैंग्वेज और संवाद अदायगी ने हर किरदार को अमर कर दिया। फिल्म ‘शोले’ में जेलर की उनकी भूमिका, “हम अंग्रेज़ों के ज़माने के जेलर हैं!” डायलॉग के साथ, आज भी हिंदी सिनेमा के सबसे यादगार किरदारों में से एक है।
लेकिन उनका अभिनय सिर्फ हास्य तक सीमित नहीं था। उन्होंने सहायक भूमिकाओं में भी अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, जहाँ उन्होंने संजीदा और भावनात्मक दृश्यों में भी गहराई लाई।
श्रद्धांजलि का सैलाब
जैसे ही यह दुखद खबर फैली, फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गजों ने तुरंत अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
अमिताभ बच्चन ने सोशल मीडिया पर लिखा, “एक महान कलाकार, एक दोस्त। उनके जाने से जो शून्य पैदा हुआ है, उसे भरना मुश्किल है। उनका हास्य हमेशा जीवित रहेगा।”
धर्मेंद्र ने उन्हें याद करते हुए कहा, “हमेशा हंसने-हंसाने वाला शख्स। हमने साथ में कई यादगार फिल्में कीं। यह मेरे लिए निजी क्षति है।”
युवा पीढ़ी के अभिनेताओं ने भी उन्हें प्रेरणास्रोत बताया।
प्रशंसकों ने भी सोशल मीडिया पर #Asrani और #TheManWhoMadeIndiaLaugh जैसे हैशटैग के साथ उनकी फिल्मों के क्लिप्स और यादगार पलों को साझा किया।
असरानी का जाना भारतीय सिनेमा के एक स्वर्णिम अध्याय के समाप्त होने जैसा है। उन्हें उनकी कला और मुस्कान के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
