Source-INDIA TODAY नई दिल्ली, 17 मई 2025 — तुर्की की ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी सेलेबी एविएशन ने भारत सरकार द्वारा सुरक्षा मंजूरी रद्द किए जाने के फैसले को दिल्ली उच्च न्यायालय में चुनौती दी है। कंपनी का कहना है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर की गई यह कार्रवाई अस्पष्ट है और इससे भारत में उसके परिचालन पर गंभीर प्रभाव पड़ा है।
सेलेबी एविएशन भारत के कई प्रमुख हवाई अड्डों—दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोचीन, अहमदाबाद, मोपा (गोवा) और कन्नूर—में ग्राउंड हैंडलिंग सेवाएं प्रदान करती है। सुरक्षा मंजूरी रद्द होने के बाद, दिल्ली और मुंबई हवाई अड्डों ने कंपनी के साथ अपने अनुबंध समाप्त कर दिए हैं, जिससे लगभग 3,800 कर्मचारियों की नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है।
कंपनी ने कोर्ट में दायर याचिका में कहा है कि भारत सरकार का यह निर्णय प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों के खिलाफ है, क्योंकि इसे उचित प्रक्रिया और कंपनी को अपनी बात रखने का अवसर दिए बिना लिया गया है।
यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है, और भारत में तुर्की की पाकिस्तान के प्रति कथित समर्थन को लेकर सार्वजनिक असंतोष व्याप्त है। इस पृष्ठभूमि में, नागरिक उड्डयन मंत्री मुरलीधर मोहोले ने सेलेबी पर प्रतिबंध लगाने की मांगों का समर्थन किया है, और शिवसेना ने मुंबई हवाई अड्डे से कंपनी के अनुबंध समाप्त करने की मांग की है।
सेलेबी एविएशन ने जोर देकर कहा है कि हालांकि उसके शेयरधारक तुर्की से हैं, लेकिन कंपनी का नियंत्रण गैर-तुर्की संस्थाओं के पास है। कंपनी भारत में पिछले एक दशक से अधिक समय से सक्रिय है और यहां $80 मिलियन तक के निवेश की योजना बना रही थी।
दिल्ली उच्च न्यायालय में इस मामले की सुनवाई जल्द होने की उम्मीद है, और इसका फैसला भारत में विदेशी कंपनियों के लिए सुरक्षा मंजूरी की प्रक्रिया पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है।
