Source India Today
श्रीनगर: जम्मू और कश्मीर में आतंकवादियों के साथ हुई भीषण मुठभेड़ में भारतीय सेना के दो वीर जवान शहीद हो गए। यह दुखद घटना ‘ऑपरेशन अखिल’ के नौवें दिन हुई, जो आतंकवादियों के सफाए के लिए चलाया जा रहा एक व्यापक अभियान है। अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ उत्तरी कश्मीर के एक दुर्गम इलाके में हुई, जहाँ छिपे हुए आतंकवादियों के एक समूह ने सुरक्षा बलों पर घात लगाकर हमला किया।
शहीद जवानों की पहचान अभी सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन सेना के प्रवक्ता ने बताया कि दोनों ही जवान अत्यंत সাহসী और कर्तव्यनिष्ठ थे। उन्होंने देश की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है, जिसे राष्ट्र हमेशा याद रखेगा। प्रवक्ता ने यह भी कहा कि सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई में आतंकवादियों को भी भारी नुकसान पहुँचाया है और इलाके में तलाशी अभियान अभी भी जारी है।
‘ऑपरेशन अखिल’ पिछले नौ दिनों से चल रहा है और इसका उद्देश्य जम्मू और कश्मीर के सीमावर्ती क्षेत्रों से आतंकवादियों की उपस्थिति को पूरी तरह से समाप्त करना है। इस ऑपरेशन में सेना के विशेष बलों के साथ-साथ स्थानीय पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी शामिल हैं। दुर्गम पहाड़ी इलाका और घने जंगल ऑपरेशन को चुनौतीपूर्ण बना रहे हैं, लेकिन सुरक्षा बल पूरी दृढ़ता के साथ अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं।
इस मुठभेड़ ने एक बार फिर आतंकवाद की चुनौती और हमारे जवानों के बलिदान को उजागर किया है। राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व ने शहीद जवानों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है और उनके परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है। जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल ने कहा कि राष्ट्र इन वीर सपूतों का हमेशा ऋणी रहेगा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब सरकार जम्मू और कश्मीर में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए कई प्रयास कर रही है। हालाँकि, सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ और उनकी हिंसक गतिविधियाँ इन प्रयासों में बाधा डाल रही हैं। सुरक्षा बल पूरी तरह से मुस्तैद हैं और किसी भी आतंकी मंसूबे को विफल करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। शहीद जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और ‘ऑपरेशन अखिल’ अपने अंतिम लक्ष्य को प्राप्त करके ही समाप्त होगा।
