Source BBC
वाशिंगटन: संयुक्त राज्य अमेरिका ने शुक्रवार को भारत को चेतावनी दी कि अगर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच प्रस्तावित शांति वार्ता विफल होती है, तो वह नई दिल्ली पर अतिरिक्त आयात शुल्क लगा सकता है। यह चेतावनी अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय (USTR) द्वारा जारी एक बयान में दी गई, जिसमें भारत की व्यापार नीतियों पर चिंता व्यक्त की गई थी।
USTR ने कहा कि अगर ट्रम्प और पुतिन यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने के लिए किसी समझौते पर नहीं पहुंच पाते हैं, तो अमेरिका के पास भारत से आने वाले कुछ उत्पादों पर शुल्क बढ़ाने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा। बयान में विशेष रूप से उन क्षेत्रों का उल्लेख नहीं किया गया जहां शुल्क बढ़ाया जा सकता है, लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि इस्पात, एल्यूमीनियम और कुछ कृषि उत्पाद संभावित लक्ष्य हो सकते हैं।
यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब भारत और अमेरिका के व्यापारिक संबंध पहले से ही कुछ तनाव का सामना कर रहे हैं। हाल ही में, अमेरिका ने भारत द्वारा कुछ अमेरिकी उत्पादों पर लगाए गए डिजिटल सेवा कर पर आपत्ति जताई थी। इसके जवाब में, भारत ने भी कुछ अमेरिकी सामानों पर जवाबी शुल्क लगाया है।
ट्रम्प प्रशासन का मानना है कि रूस के साथ शांति स्थापित करने का प्रयास करना आवश्यक है, और अगर भारत इस प्रक्रिया में सहयोग नहीं करता है, तो उसे आर्थिक consequences भुगतने पड़ सकते हैं। USTR के बयान में कहा गया है कि अमेरिका “यूक्रेन में शांति और स्थिरता लाने के लिए सभी राजनयिक विकल्पों का पता लगाने के लिए प्रतिबद्ध है,” और यह कि “भारत सहित सभी देशों से इस प्रयास में रचनात्मक भूमिका निभाने की उम्मीद है।”
हालांकि, भारतीय अधिकारियों ने इस चेतावनी पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। नई दिल्ली ने हमेशा यूक्रेन संकट पर एक तटस्थ रुख बनाए रखा है और रूस के साथ अपने व्यापार और रक्षा संबंधों को जारी रखा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अमेरिका वास्तव में भारत पर अतिरिक्त शुल्क लगाता है, तो इससे दोनों देशों के द्विपक्षीय व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। भारत, जो पहले से ही अमेरिकी व्यापार घाटे को कम करने के दबाव में है, इस कदम का कड़ा विरोध कर सकता है।
यह देखना होगा कि राष्ट्रपति ट्रम्प और राष्ट्रपति पुतिन के बीच प्रस्तावित वार्ता कब और कैसे होती है, और इसका भारत के व्यापारिक भविष्य पर क्या प्रभाव पड़ता है।
