Source The Economics Times
चेन्नई: वियतनाम की प्रमुख इलेक्ट्रिक वाहन (EV) निर्माता, विनफास्ट (VinFast) ने भारत के इलेक्ट्रिक वाहन बाज़ार में अपनी जगह बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने तमिलनाडु में 500 मिलियन डॉलर (लगभग 4,150 करोड़ रुपये) का भारी निवेश किया है। इस निवेश का उद्देश्य न केवल भारतीय बाजार के लिए EV का निर्माण करना है, बल्कि भारत को एक प्रमुख वैश्विक निर्यात केंद्र के रूप में स्थापित करना भी है।
विनफास्ट ने अपने इस महत्वाकांक्षी विस्तार के लिए तमिलनाडु को चुना है। यहां तूतीकोरिन (Thoothukudi) में एक अत्याधुनिक विनिर्माण संयंत्र स्थापित किया जा रहा है। कंपनी का लक्ष्य शुरुआत में यहां सालाना 50,000 यूनिट्स का उत्पादन करना है, जिसे मांग के अनुसार बढ़ाकर 1,50,000 यूनिट्स तक किया जा सकता है। यह कदम भारत में EV निर्माण को बढ़ावा देने की सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल के अनुरूप है।
विनफास्ट के लिए भारत एक रणनीतिक बाज़ार है। कंपनी की योजना न केवल भारत में इलेक्ट्रिक वाहन बेचना है, बल्कि तमिलनाडु स्थित इस फैक्ट्री से दक्षिण एशिया, मध्य पूर्व और अफ्रीका जैसे क्षेत्रों में भी निर्यात करना है। इस कदम से विनफास्ट वैश्विक EV बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहती है।
विनफास्ट भारत में एक मजबूत डीलरशिप और सर्विस नेटवर्क भी स्थापित कर रही है। कंपनी ने पहले ही 27 शहरों में 32 डीलरशिप खोलने के लिए 13 डीलर समूहों के साथ समझौता किया है, जिसका लक्ष्य 2025 के अंत तक इसे 35 तक बढ़ाना है। प्री-बुकिंग के लिए कंपनी ने VF 6 और VF 7 जैसे मॉडल पेश किए हैं, जो भारतीय ग्राहकों के लिए नए विकल्प लेकर आए हैं।
इस भारी निवेश से तमिलनाडु में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हजारों रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है। यह राज्य को भारत के EV हब के रूप में और मजबूत करेगा। विनफास्ट की रणनीति केवल वाहन निर्माण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और आफ्टर-सेल्स सेवाओं सहित एक पूर्ण EV इकोसिस्टम बनाने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है।
