SOURCE Times Entertainment
नई दिल्ली: एक हालिया मेडिकल अध्ययन में यह बात सामने आई है कि विटामिन D की कमी का सीधा संबंध दिल के दौरे (हार्ट अटैक) से हो सकता है। यह शोध बताता है कि जिन लोगों में विटामिन D का स्तर बेहद कम होता है, उनमें हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा सामान्य लोगों की तुलना में कहीं अधिक होता है।
ऑस्ट्रेलिया की एडिलेड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए इस अध्ययन में 2.6 लाख से अधिक लोगों के डेटा का विश्लेषण किया गया। परिणामों के अनुसार, जिन प्रतिभागियों में विटामिन D का स्तर 25 नैनोमोल प्रति लीटर से कम था, उनमें हार्ट अटैक का खतरा लगभग 39% अधिक पाया गया।
विशेषज्ञों का मानना है कि विटामिन D हृदय की रक्त धमनियों को स्वस्थ रखने, सूजन को नियंत्रित करने और रक्तचाप को संतुलित रखने में अहम भूमिका निभाता है। जब शरीर में इसकी कमी होती है, तो ये सभी प्रक्रियाएं प्रभावित होती हैं, जिससे हृदय पर बुरा असर पड़ता है।
डॉ. रजनीश मलिक, कार्डियोलॉजिस्ट, एम्स दिल्ली का कहना है, “भारत में 70% से अधिक लोगों में विटामिन D की कमी देखी जाती है। यह एक सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट बनता जा रहा है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।”
विटामिन D का प्राकृतिक स्रोत:
सूरज की रोशनी (सुबह 7 से 9 बजे तक)
मछली, अंडे, दूध और विटामिन D फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ
सुझाव:
साल में कम से कम एक बार विटामिन D की जांच कराएं
डॉक्टर की सलाह अनुसार सप्लीमेंट्स लें
धूप में नियमित समय बिताएं
यह शोध ‘यूरोपियन हार्ट जर्नल’ में प्रकाशित हुआ है और वैज्ञानिकों का मानना है कि हृदय स्वास्थ्य के लिए विटामिन D के स्तर को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है।
