चीन के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के वैज्ञानिकों ने चमगादड़ों में एक नए कोरोना वायरस, HKU5-CoV-2, की खोज की है। यह वायरस SARS-CoV-2 के समान मानव ACE2 रिसेप्टर से जुड़कर कोशिकाओं में प्रवेश करता है, जो COVID-19 का कारण बनता है। हालांकि, HKU5-CoV-2 की मानव कोशिकाओं से जुड़ने की क्षमता SARS-CoV-2 की तुलना में कमज़ोर पाई गई है।
HKU5-CoV-2 वायरस मर्स वायरस के परिवार से संबंधित है, जिसकी मृत्यु दर 36% थी। इसकी पहचान अभी केवल लैबोरेटरी परीक्षणों में हुई है, और यह इंसानों में नहीं पाया गया है। इसलिए, COVID-19 जैसी स्थिति बनने का तत्काल कोई खतरा नहीं है।
शोधकर्ताओं ने इस वायरस को टेस्ट ट्यूब प्रयोगों और मानव आंतों व श्वसन तंत्र की कोशिकाओं पर टेस्ट किया। इससे पता चला कि यह वायरस ACE2 रिसेप्टर के ज़रिए कोशिकाओं में प्रवेश कर सकता है। हालांकि, इसकी मानव कोशिकाओं से जुड़ने की क्षमता SARS-CoV-2 की तुलना में कमज़ोर पाई गई है।
इस खोज के बाद एक बार फिर से कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर बहस तेज हो गई है। हाल ही में अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA ने दावा किया था कि कोविड-19 महामारी प्राकृतिक नहीं थी, बल्कि यह वायरस लैब से लीक हुआ था। हालांकि, चीन इन सभी दावों को नकारता रहा है और यह दावा करता है कि वायरस की उत्पत्ति प्राकृतिक रूप से हुई थी।
